Add parallel Print Page Options

पतरस का यीशु को नकारना

(मत्ती 26:69-75; लूका 22:56-62; यूहन्ना 18:15-18, 25-27)

66 पतरस अभी नीचे आँगन ही में बैठा था कि महायाजक की एक दासी आई। 67 जब उसने पतरस को वहाँ आग तापते देखा तो बड़े ध्यान से उसे पहचान कर बोली, “तू भी तो उस यीशु नासरी के ही साथ था।”

68 किन्तु पतरस मुकर गया और कहने लगा, “मैं नहीं जानता या मेरी समझ में नहीं आ रहा है कि तू क्या कह रही है।” यह कहते हुए वह ड्योढ़ी तक चला गया, और मुर्गे ने बाँग दी।[a]

Read full chapter

Footnotes

  1. 14:68 कुछ यूनानी प्रतियों में “और मुर्गे ने बाँग दी” नहीं है।

पेतरॉस का नकारना

(मत्ति 26:69-75; लूकॉ 22:54-65; योहन 18:25-27)

66 जब पेतरॉस नीचे आँगन में थे. महायाजक की एक सेविका वहाँ आई 67 उसे पेतरॉस वहाँ आग तापते हुए दिखे इसलिए वह उनकी ओर एकटक देखते हुए बोली.

“तुम भी तो येशु नाज़री के साथ थे!”

68 पेतरॉस ने यह कहते हुए नकार दिया, “क्या कह रही हो! मैं इस विषय में कुछ नहीं जानता. मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा है,” और वह द्वार की ओर चले गए.

Read full chapter