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यहूदा बिस्सास क जोग्ग नाहीं रहा

यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। यहोवा क सँदेसा इ रहा: “यिर्मयाह, जा अउर यरूसलेम क लोगन क सँदेसा द्या। ओनसे कहा:

“‘जउने समय तू नवा रास्ट्र रह्या, तू मोर बिस्सास क जोग्ग रह्या।
    तू मोर अनुसरण नई दुलहिन जइसा किहा।
तू मोर अनुसरण रेगिस्तान मँ स होइके किहा,
    उ प्रदेस मँ अनुसरण किहा जेका कबहुँ खेती क भूमि न बनावा गवा रहा।
इस्राएल क लोग यहोवा बरे एक पवित्तर भेंट रहेन।
    उ पचे ओकर फसल क पहिला फल रहेन।
कउनो भी व्यक्ति जउन ओनका खाइ क जतन किहे रहेन
    ओका कसूरवार घोसित कीन्ह ग रहेन।
ओन पइ बुरी आपत्तियन अइहीं,’” यहोवा कहत ह।

याकूब क परिवार, यहोवा क सँदेसा सुना।
    इस्राएल क तू सबहिं परिवार समूहों, सँदेसा सुना।

जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ:
“तोहार पुरखन बरे मइँ का गलत किहउँ
    कि तोहार पुरखन मोहसे दूर होइ गएन?
तोहार पुरखन निरर्थक देव मूरतियन पूजेन।
    अउर उ पचे खुद निरर्थक होइ गएन।
तोहार पुरखन इ नाहीं कहेन,
    ‘यहोवा हमका मिस्र स निकारेस।
यहोवा मरूभूमि मँ हमार अगुअइँ किहेस।
    यहोवा हमका झुरान चट्टानी प्रदेस स लइके आवा,
यहोवा हमका अँधियारा स पूर अउर भय से भरे देसन मँ राह देखाएस।
    कउनो भी लोग हुआँ नाहीं रहतेन।
    कउनो भी लोग उ देस स जात्रा नाहीं करतेन।
मुला यहोवा उ प्रदेस मँ हमार अगुवाई किहेस।
    एह बरे उ यहोवा अब कहाँ अहइ?’”

यहोवा कहत ह, “मइँ तू पचन्क अनेक चिजियन स भरे उत्तिम देस मँ लाएउँ।
    मइँ इ किहेउँ जेहसे तू हुआँ उगे भए फल
अउर पइदावार क खाइ सका।
    मुला तू पचे आया अउर मोरे देस क ‘गन्दा’ किहा।
मइँ उ देस तू पचन्क दिहे रहेउँ,
    किन्तु तू पचे ओका बुरा ठउर बनाया।

“याजक लोग नाहीं पूछेन,
    ‘यहोवा कहाँ अहइ?’
उ लोग जउन व्यवस्था क सिच्छा देत ह उहइ मोका नाहीं जानत ह।
    इस्राएल क लोगन क प्रमुख मोरे खिलाफ चला गएन।
नबी लोग लबार बाल देवता क नाउँ भविस्सवाणी किहन।
    उ पचे निरर्थक देव मूरतियन क पूजा किहन।”

यहोवा कहत ह, “एह बरे मइँ तू पचन्क फुन दोखी करार देब,
    अउर तोहरे पचन्क पोतन क दोखी ठहराउब।
10 समुद्दर पार कित्तियन क द्वीपन क जा
    अउर लखा कउनो क केदार प्रदेसन क पठवा
अउर ओका धियान स लखइ द्या।
    धियान स लखा का कउनो अइसा काम किहेस:
11 का कउनो रास्ट्र क लोग कबहुँ
    आपन पुरान देवतन क नवा देवतन स बदेलन ह? नाहीं।
    नि:संदेह ओनकर देवतन
असल मँ देवतन अहइँ ही नाहीं।
    मुला मोर लोग आपन यसस्वी परमेस्सर क निरर्थक देव मूरतियन स बदलेन ह।

12 “आकास, जउन भवा ह ओहसे अपने हिरदइ क आघात पहोंचइ द्या।
    भय स काँप उठा।”
    इ सँदेसा यहोवा क रहा।
13 मोर लोग दुइ पाप किहेन ह।
    उ पचे मोका तजि दिहन (मइँ ताजा पानी क सोता अहउँ।)
    अउर उ पचे आपन पानी क निजी हौद खनेन ह, (उ पचे दूसर देवतन क भवत बनेन ह।)
किन्तु ओनकर हउज टूटेन ह।
    ओन हउजन मँ पानी नाहीं रुकी।

14 “का इस्राएल क लोग दास होइ गएन ह?
    का उ पचे एक जन्मजात दास स होइ गएन ह?
    इस्राएल क लोग क सम्पत्ति दूसर लोग काहे लइ लिहेन?
15 जवान सिंह (दुस्मन) इस्राएल रास्ट्र पइ दहाड़त हीं, गुर्रार्त्त हीं।
    सिंहन इस्राएल क लोगन क देस उजाड़ दिहेन ह।
इस्राएल क नगर बार दीन्ह गएन ह।
    ओनमाँ कउनो भी नाहीं रहि गवा ह।
16 नोप अउर तहपन्हेस नगर क लोग
    तू पचन्क मूँड़े क सीर्स क कुचरि दिहेन ह।
17 इ परेसानी तोहार पचन्क आपन दोख क कारण अहइ।
    तू पचे आपन यहोवा परमेस्सर स विमुख होइ गया,
    जबकि उ सही दिसा मँ तू पचन्क लइ जात रहा।
18 एकरे बारे मँ सोचा: का तू मिस्र जाइ समइ मँ सहायता पाएहस?
    का तू पानी पिअइ बरे नील नदी गएहस? नाहीं।
    क तू अस्सूर जाइ समइ मँ सहायता पाएस? का तू परात नदी क जल पिअइ बरे गएस? नाहीं।
19 तू पचे बुरे करम किहा,
    अउर उ सबइ बुरी चिजियन तू पचन्क सिरिफ सजा देवइहीं।
बिपदन तू पचन्पइ टूटि पड़िहीं
    अउर इ सबइ बिपदन तू पचन्क पाठ पढ़इहीं।
इ विसय मँ सोचा; तब तू पचे इ समुझब्या कि आपन परमेस्सर स बिमुख होइ जाब केतना बुरा अहइ।
    मोहसे न डेराब बुरा अहइ।”
    इ सँदेसा मोर सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा क रहा।
20 “तू बहोत पहिले आपन जुआ लोकाइ दिहे रह्या।
    तू उ रस्सियन तोड़ पेंक्या जेका मइँ तू पचन्क अपने लगे धरइ मँ काम मँ लिआवत रह्या।
    तू मोहसे कह्या, ‘मइँ आप क सेवा नाहीं करब।’
तू रंडी क नाई हर एक ऊँची पहाड़ी पइ
    अउर हर एक हरियर बृच्छ क नीचे झुटे देवतन क उपासना कइ के तू बेवफाइ किहा।
21 मइँ तू पचन्क बिसेस अंगूरे क बेल क तरह रोपेउँ।
    तू सबहिं नीक बिया क समान रह्या।
तू उ अलग बेल मँ कइसे बदल्या
    जउन बुरा फल देत हीं।
22 अगर तू आपन क सज्जी[a] स भी धोवा,
    बहोत साबुन भी लगावा,
तउ भी मइँ तोहरे दोख क दागे क लख सकत हउँ।”
    इ सदेस परमेस्सर यहोवा क रहा।
23 “तू मोका कइसे कहि सकत ह,
    ‘मइँ अपराधी नाहीं अहउँ।
मइँ बाल क मूरतियन क पूजा नाहीं किहेउँ?’
    ओन कामन क बारे मँ सोचा जेनका तू घाटी मँ किहा।
उ बारे मँ सोचा, तू का कइ डाया ह।
    तू उ तेज ऊँटिन क नाई अहा जउन कि टेढ़ा-मेढ़ा रास्ता पइ तेज दउड़त ह।
24 तू उ जंगली गदही क तरह अहा जउन रेगिस्तान मँ रहत ह
    अउर सहभोग क मौसम मँ जउन हवा क सूँधत ह गन्ध लेत ह।
    कउनो मनई ओका काम क उत्तेजना क समइ लउटाइके लिआइ नाहीं सकत।
सहभोग क समइ हर एक गद्धा जउन ओका चाहत ह, पाइ सकत ह।
    ओका खोज निकारब सहल अहइ।
25 देवमूरतियन क पाछे दउड़ब बन्द करा।
    ओन दूसर देवतन बरे पियास रखाइ बंद करा।
मुला तू कहत अहा, ‘इ बियर्थ अहइ।
    मइँ तजि नाहीं सकत।
    मइँ ओन दूसर देवतन स पिरेम करत हउँ।
    मइँ ओनकर पूजा करइ चाहत हउँ।’

26 “चोर लजात ह जब ओका लोग धइ लेत हीं।
    उहइ तरह इस्राएल क परिवार लजात ह।
राजा अउर प्रमुख याजक
    अउ नबी लजान अहइँ।
27 उ पचे लोग काठे क टूकन स बात करत हीं,
    उ पचे कहत हीं, ‘तू मोर पिता अहा।’
उ सबइ लोग चट्टान स बात करत हीं,
    उ पचे कहत हीं, ‘तू मोका जन्म दिहा ह।’
उ पचे सबहिं लोग लजाइ जइहीं।
    उ पचे लोग मोरी कइँती धियान नाहीं देतेन।
    उ पचे मोहसे पीठ फेरि लिहन ह।
किन्तु जब ओन लोगन पइ बिपद आवत ह तब उ पचे मोहसे कहत हीं,
    ‘आवा अउर हमका बचावा।’
28 ओन देवमूरतियन क आवइ अउर तोहका बचावइ द्या।
    उ सबइ देवमूरतियन कहाँ अहइँ जेनका तू अपने बरे बनाया ह? हमका लखइ द्या,
का उ सबइ मूरतियन आवत हीं अउर तोहार रच्छा बिपत्ति स करत हीं?
    यहूदा क लोगो, तू लोगोन क लगे ओतनी मूरतियन अहइँ जेतना नगर।

29 “तू पचे मोहसे बिबाद काहे करत अहा?
    तू सबहिं मोरे खिलाफ होइ गवा अहा।”
    इ सँदेसा यहोवा क रहा।
30 “मइँ तोहरे गदेलन क दण्ड दिहेउँ,
    मुला एकर कउनो नतीजा नाहीं निकरा।
तू पचे तब लउटिके नाहीं आया
    जब दण्डित कीन्ह गया।
तू पचे ओन नबियन क तरवार क घाट उतार्या जउन तोहरे पचन्क लगे आए रहेन।
    तू पचे खूखार सिंह क नाईँ रह्या अउर तू पचे नबियन क मार डाया।”
31 इ पीढ़ी क लोगो,
    यहोवा क सँदेसा पइ धियान द्या:

“का मइँ इस्राएल क लोगन बरे रेगिस्तान जइसा बन गएउँ?
    का मइँ ओनका बरे अँधियर अउर खउफनाक देस जइसा बन गएउँ?
मोर लोग कहत हीं, ‘हम आपन राह जाइ क अजाद अही,
    यहोवा, हम फुन तोहरे लगे नाहीं लउटब।’
    उ पचे ओन बातन क काहे कहत हीं?
32 का कउनो नउजवान अउरत आपन गहना बिसरत ह? नाहीं।
    का कउनो दुलहिन आपन रूप-संगार क लिबास बरे
आपन दुपटा बिसरि जात ह? नाहीं।
    मुला मोर लोग मोका अनगिनत दिनन बरे बिसरि गएन ह।

33 “तू फुरइ पिरेमियन (लबार देवतन) क पाछे पड़ब जानत अहा।
    तू ओन दूसर लोगन बरे जउन बुरा करम करत ह नमुना बन गवा ह।
34 तोहार पचन्क हाथ खून स रगां अहइँ।
    इ गरीब अउ भोले लोगन क खून अहइ।
तू पचे लोगन्क मार्या ह अउर उ पचे अइसे चोर भी नाहीं रहेन जेनका तू पचे धर्या ह।
    तू पचे उ सबइ बुरे काम करत अहा।
35 किन्तु तू पचे फुन भी कहत रहत अहा, ‘हम निरपराध अही।
    परमेस्सर मोहे पइ कोहान नाहीं अहइ।’
एह बरे मइँ तू पचन्क झूठ बोलइवाला अपराधी होइ क भी निर्णय देब।
    काहेकि तू कहत बाट्या, ‘मइँ कछू भी बुरा नाहीं किहेउँ ह।’
36 तोहरे पचन्क बरे इरादा क बदलब बहोत आसान अहइ।
    अस्सूर तू पचन्क निरास किहस।
एह बरे तू पचे अस्सूर क तज्या अउर मदद बरे मिस्र पहोंच्या।
    मिस्र तू पचन्क निरास करी।
37 अइसा होइ कि तू पचे मिस्र भी तजब्या
    अउ तू पचन्क हाथ लज्जा स तोहार पचन्क आँखिन होइहीं।
मुला तू पचन्क ओन देसन स कउनो कामयाबी नाहीं मिली।
    काहेकि यहोवा ओन देसन्क
    अस्वीकार कइ दिहस ह।

Footnotes

  1. 2:22 सज्जी धुलाई क घोल।