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19 यहोवा मोहसे कहेस, “तू पचन्क इस्राएल क प्रमुखन क बारे मँ इ करूण गीत क गावइ चाही।

“‘कइसी सिंहिनी अहइ तोहार पचन्क महतारी?
    उ सिंहन क बीच एक ठु सिंहिनी रही।
उ जवान सिहंन मँ घिरी रहत रही
    अउर आपन बचवन क लालन-पालन करत रही।
उ आपन बच्चन मँ स एक ठु क लालन-पालन किहेस।
    उ एक ठु जवान सिंह होइ गवा ह।
उ आपन भोजन पाउव सीख लिहस ह।
    उ एक मनई क मारेस अउर खाइ लिहेस।

“‘लोगन ओका गरजत सुनेन
    अउर उ पचे ओका आपन जालि मँ फँसाइ लिहस।
उ पचे ओकरे मुँहे मँ नकेल डाएन
    अउर जवान सिंह क मिस्र लइ गएन।

“‘सिंह महतारी क आसा रही कि सिंह बच्चा प्रमुख बनी।
    किन्तु अब ओकर सारी आसा लुप्त होइ गइन।
एह बरे आपन बच्चन मँ स उ एक दूसर क लिहस।
    ओका उ सिंह होइ क प्रसिच्छण दिहस।
उ जवान सिंहन क संग सिकार क निकरा।
    उ एक ठु बलवान जवान सिंह बना।
उ आपन भोजन क धरब सीखेस।
    उ एक ठु मनई क मारेस अउर ओका खाएस।
उ महलन पइ हमला किहस।
    उ नगरन क बर्बाद किहस।
उ देस क हर एक मनई तब भय स अवाक होत रहा।
    जब उ ओकर गरजत सुनत रहा।
तब ओकरे चारिहुँ कइँती रहइवाले लोग ओकरे बरे जालि बिछाएन
    अउर उ पचे ओका आपन जालि मँ फँसाइ लिहन।
उ पचे ओह पइ नकेल लगाएन अउर ओका बंद कइ दिहन।
    उ पचे ओका अपने जालि मँ बंद रखेन।
    इ तरह ओका उ पचे बाबुल क राजा क लगे लइ गएन।
अब, तू पचे इस्राएल क पर्वतन पइ
    ओकर गरजब सुन नाहीं सकत्या।

10 “‘तोहार पचन्क महतारी एक ठु अंगूरे क बेल जइसी रही,
    जेका पानी क लगे बोवा गवा रहा।
ओकरे पास काफी पानी रहा,
    एह बरे उ अनेक सक्तीसाली बेलन पइदा किहस।
11 तब उ एक बड़की डार पइदा किहस,
    उ डार टहरइ क छड़ी जइसी रही।
    उ डार राजा क राजदण्ड जइसी रही।
बेल ऊँची, अउर ऊँच होत गइ।
    एकर ढेर डारन रहिन अउर उ बादरन क छुअइ लाग।
12 किन्तु बेल क जड़ स उखाड़ दीन्ह गवा,
    अउर ओकर भुइँया पइ बहाइ दीन्ह गवा।
गरम पुरवइया हवा चली अउर ओकरे फलन क झुराइ दिहस
    सक्तीसाली डारन टूट गइन, अउर ओनका आगी मँ फेंक दीन्ह गवा।

13 “‘किन्तु उ अंगूरे क बेल अब रेगिस्ताने मँ बोइ गइ अहइ।
    इ बहोत झुरान अउर पियासी धरती अहइ।
14 बिसाल डारे स आगी फइली।
    आगी ओकर सारी टहनियन अउर फलन क बारि दिहस।
एह बरे कउनो सहारा क सक्तिसाली कुबरी नाहीं रही।
    कउनो राजा क राजदण्ड नाहीं रहा।’

इ मउत क बारे मँ करूण-गीत रहा अउर इ मउत क बारे मँ करूणगीत क रूप मँ गावा गवा रहा।”