Add parallel Print Page Options

मन्दिर क आरोहण गीत।

मइँ संकटे मँ पड़ा रहेउँ,
    सहारा पावइ बरे मइँ यहोवा क गोहराएउँ
    अउर उ मोका बचाइ लिहस।
हे यहोवा, मोका तू अइसे लोगन स बचावा
    जउन मोर खिलाफ झूठ बोलेन ह।

अरे ओ झूठो, का तू उ जानत अहा
    कि परमेस्सर तोहका कइसे सजा देइ?
तू पचन्क दण्ड देइ बरे परमेस्सर जोद्धा क नोकांदार तीर
    अउ धधकत भए अंगारन क काम मँ लाइ।

झूठो, तोहरे निचके रहब अइसा अहइ जइसे कि मेसेक मँ रहब।
    इ रहब अइसा अहइ माना कि कउनो केवार क तम्बू मँ रहब बा।
जउन सान्ति क दुस्मन अहइँ,
    अइसे लोगन क संग बहोत लम्बी समइँ तलक रहा हउँ।
मइँ इ कहे रहेउँ मोका सान्ति चाही।
    मुला उ पचे जुद्ध चाहत हीं।