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संगीत निर्देसक बरे दाऊद क पद।

मइँ यहोवा पइ भरोसा करत हउँ!
फुन तू मोसे काहे कहत ह कि मइँ पराइके कहूँ जाउँ।
    तू कहत अहा मोसे कि, “पंछी क नाई आपन पहाड़े पइ उड़ि जा!”

दुट्ठ जन ओन सिकारी क समान अहइँ।
उ पचे अँधियारे मँ लुकात हीं।
    उ पचे धनुस क डोरी क पाछे हींचत हीं।
    उ पचे आपन बाणन क साधत हीं अउर उ पचे नीक, नेक मनइयन क हिरदइ मँ सोझइ बाण छोड़त हीं।
धर्मी का कइ सकहीं
    जब समाज क नींव ही तबाह कइ दीन्ह जाइ?

यहोवा आपन विसाल पवित्तर मन्दिर मँ विराजा बाटइ।
    यहोवा सरगे मँ आपन सिंहासने पइ बइठत ह।
यहोवा सब कछू लखत ह, जउन भी होनी होत ह।
    यहोवा क आँखिन लोगन क सज्जनाई व दुर्जनाई क परखइ मँ लाग रहत हीं।
यहोवा धर्मी अउ दुट्‌ठ लोगन क परख करत ह,
    अउर उ ओन लोगन स घिना करत ह जउन हिंसा स प्रीति धरत हीं।
उ गरम कोयलन अउ बरत भइ गन्धक क बरखा क तरह ओन बुरे लोगन पइ गिराई।
    ओन बुरे लोगन क हींसा मँ बस झुरसत भइ हवा बही।
मुला यहोवा, तू धर्मी अहा।
तोहका अच्छे जन भावत हीं।
    अच्छे मनई यहोवा क संग रइहीं अउर ओकरे मुँहना क दर्सन पइहीं।