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मुला ओकर “वाणी” भूमण्डल मँ बियापत ह
    अउर ओकर “सब्दन” धरती क छोर तलक पहोंचत हीं।

ओनमाँ उ सूरज बरे एक घर जइसा तय्यार किहस ह।

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