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यहोवा क प्रतिग्यन

10 बसन्त ऋतु मँ यहोवा स बरखा बरे पराथना करा। यहोवा बिजुरी पठइ अउ बरखा होइ। उ हर एक मनई क खेते मँ अनाजन उगाइ।

मूर्तियन स प्राप्त कीन्ह गवा सँदेस बेकार अहइ जादूगर लबार दर्सन रखत हीं; सपन दर्सी व्यर्थ बात करत हीं; उ पचे कउनो एक क भी आराम नाहीं पहोंचाइ सकत। एह बरे परमेस्सर क लोग भेड़िन क तरह एहर-ओहर भटकत अहइँ अउर ओनका राह देखावइवाला कउनो गड़रिया नाहीं।

यहोवा कहत ह, “मइँ गड़रियन (प्रमुखन) पइ बहोत कोहान अहउँ। मइँ ओन प्रमुखन क आपन भेड़िन क (लोगन) देखरेख क जिम्मेदारी सौंपे रहेउँ।” (यहूदा क लोग परमेस्सर क खरका अहइँ अउर सर्वसक्तीमान यहोवा, फुरइ, आपन खरका क देखरेख करत ह। उ ओनकर अइसी देखरेख करत ह, जइसे कउनो फउजी आपन घोड़ा क राखत ह।)

“कोने क पाथर, डेरा क खूँटी, युद्ध क धनुस अउ अगवा बाढ़त फउजी सबहिं यहूदा स एक संग अइहीं। जुद्ध मँ उ पचे जोद्धन क समान होइ जउन दुस्मनन क गलियन क कींच मँ रौंद देत हीं। उ पचे युद्ध करिहीं, अउर यहोवा ओनके संग अहइ। एह बरे उ पचे घोड़सवारन क भी हरइहीं। मइँ यहूदा क लोगन क सक्तीसाली बनाउब अउ मइँ यूसुफ क लोगन क रच्छा करब। मइँ ओनका वापिस लइ आउब काहेकि मइँ ओह पइ दाया महसूस करत हउँ। मइँ ओकर संग अइसा बेउहार करब जइसा कि मइँ कभी ओका नाहीं तजेउँ ह। काहेकि मइँ यहोवा, ओनकर परमेस्सर हउँ अउर मइँ ओनकर पराथना क जवाब देब। एप्रैम क लोग जोद्धन क नाईं होइ। उ पचे आपन हिरदइ मँ अइसा खुसी महसूस करब जइसा कि उ दाखरस स भरा गवा अहइ। ओनकर सन्तानन एका लखेहीं अउर उ पचे आनंद मनइहीं अउर ओनकर हिरदइ यहोवा मँ खुस होइ।

“मइँ ओनका सीटी दइके सबन क एक संग बोलाउब। काहेकि मइँ ओनकर रिहाई बरे धन देइ चुका अहउँ, उ सबइ लोग अनगिनत होइ जइहीं जइसा उ पहिले रहेन। मइँ सबहिं रास्ट्रन क बीच मँ स ओका छिरताइ देब, मुला मोका दूर क देसन मँ याद करिहीं। उ पचे अउर ओनकर सन्तानन बची रइहीं। अउर उ पचे वापस अइहीं। 10 मइँ ओनका मिस्र वापस लिआउब अउर मइँ ओनका अस्सूर मँ एकट्ठा करब। मइँ ओनका गिलाद अउ लबानोन क भूइँया मँ लिआउब अउर हुआँ ओन लोगन बरे काफी जगहिया नाहीं होइ।” 11 उ गुर्रात भवा समुद्दर क पार करब अउ लहरन पइ चोट करब। तब नील नदी क सबइ घहरा भाग सूख जाई, अस्सूर क घमण्ड नीचा होइ जाई, अउ मिस्र सक्ति छीन लीन्ह जाई। 12 यहोवा आपन लोगन क सक्तीसाली बनाइ अउर उ पचे ओनके अउ ओनके नाउँ बरे जिअत रइहीं। यहोवा इ सब कहेस।