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आदम क परिवारे क इतिहास

इ अध्याय मँ आदम क परिवार क बंसज क बारे मँ अहइ। परमेस्सर मनई क आपन सरुप मँ बनाएस।। परमेस्सर ओनका नर अउर मादा बनाएस। जउन दिन ओनका बनाएस उहइ दिन उ ओनका असीसेस अउर ओनका नाउँ “आदम” राखेस।

जब आदम एक सौ तीस बरिस क होइ गवा तब उ एक अउर बचवा क बाप भवा। इ पूत ठीक आदम क तरह देखाइ देत रहा। आदम आपन पूत क नाउँ सेत राखेस। सेत क जन्म क पाछे आदम आठ सौ बरिस जिअत रहा। इ दिनन मँ आदम क दूसर बेटवन अउ बिटियन भइन। इ तरह आदम पूरा नौ सौ तीस बरिस जिअत रहा, तब उ मरा।

जब सेत एक सौ पाँच बरिस क होइ गवा तब ओका एनोस नाउँ क पूत पइदा भवा। एनोस क जन्म क पाछे सेत आठ सौ सात बरिस जिअत रहा। इहइ सेत क दूसर बेटवन अउ बिटियन पइदा भइन। इ तरह सेत पूरा नौ सौ बारह बरिस जिअत रहा, तब उ मरा।

एनोस जब नब्बे बरिस क भवा, ओका केनान नाउँ क पूत पइदा भवा। 10 केनान क जन्म क पाछे एनोस आठ सौ पन्द्रह बरिस जिअत रहा। इ दिनन एकर दूसर बेटवन अउ बिटियन पइदा भइन। 11 इ तरह एनोस पूरा नौ सौ पाँच बरिस जिअत रहा, तब उ मरा।

12 जब केनान सत्तर बरिस क भवा, ओका महललेल नाउँ क पूत पइदा भवा। 13 महललेल क जन्म क पाछे केनान आठ सौ चालीस बरिस जिअत रहा। इ दिनन केनान क दूसर बेटवन अउ बिटियन पइदा भइन। 14 इ तरह केनान पूरा नौ सौ दस बरिस जिअत रहा, तब उ मरा।

15 जब महललेल पैसंठ बरिस क भवा, ओका येरेद नाउँ क पूत पइदा भवा। 16 येरेद क जन्म क पाछे महललेल आठ सौ तीस बरिस जिअत रहा। इ दिनन मँ ओका दूसर बेटवन अउ बिटियन पइदा भइन। 17 इ तरह महललेल पूरा आठ सौ पंचान्नबे बरिस जिअत रहा। तब उ मरा।

18 जब येरेद एक सौ बासठ बरिस क भवा तउ ओका हनोक नाउँ क पूत पइदा भवा। 19 हनोक क जनम क पाछे येरेद आठ सौ बरिस जिअत रहा। इ दिनन मँ ओका दूसर बेटवन अउ बिटियन पइदा भइन। 20 इ तरह येरेद पूरा नौ सौ बासठ बरिस जिअत रहा, तब उ मरा।

21 जब हनोक पैंसठ बरिस क भवा, ओका मतूसेलह नाउँ क पूत पइदा भवा। 22 मतूसेलह क जन्म क पाछे हनोक परमेस्सर क संग तीन सौ बरिस रहा। इ दिनन ओकर दूसर बेटवन अउ बिटियन पइदा भइन। 23 इ तरह हनोक पूरा तीन सौ पैंसठ बरिस जिअत रहा। 24 एक दिना हनोक परमेस्सर क संग चलत[a] रहा अउ अछन्न होइ गवा काहेकि परमेस्सर उठाइ लिहस।

25 जब मतूसेलह एक सौ सत्तासी बरिस क भवा, ओका लेमेक नाउँ क पूत पइदा भवा। 26 लेमेक क जन्म क पाछे मतूसेलह सात सौ बयासी बरिस जिअत रहा। इ दिना ओकरे दूसर बेटवन अउ बिटियन पइदा भइन। 27 इ तरह मतूसेलह पूरा नौ सौ ओनहत्तर बरिस जिअत रहा, तब उ मरा।

28 जब लेमेक एक सौ ब्यासी बरिस क भवा, उ एक ठु पूत क बाप बना। 29 लेमेक आपन पूत क नाउँ नूह धरेस। लेमेक कहेस, “हम किसान लोग कठोर मेहनत करित ह काहेकि परमेस्सर भुइँया क सरापे अहइ। मुला नूह हम पचन क अराम देब।”

30 नूह क जन्म क पाछे, लेमेक पाँच सौ पंचान्नबे बरिस जिअत रहा। इ दिनन ओकरे दूसर बेटवन अउ बिटियन पइदा भइन। 31 इ तरह लेमेक पूरा सात सौ सतहत्तर बरिस जिअत रहा, तब उ मरा।

32 जब नूह पाँच सौ बरिस क भवा, ओकरे सेम, हाम अउर येपत नाउँ क पूत पइदा भएन।

Footnotes

  1. 5:24 हनोक … चलत सब्द क अरथ अहइ “हनोक परमेस्सर क संग-संग चलत रहा।”